मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे / Mustafa Nazr e Karam Farmaenge

ना ये बात शान से है, ना ये बात माल-ओ-ज़र की
वही जाता है मदीने आक़ा जिसे बुलाएं

मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे
एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

साक़ी-ए-कौसर करम फरमाएंगे
हम पियेंगे, वो पिलाते जाएंगे

एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे
एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

शब्बरो-शब्बीर जान-ए-फ़ातिमा
अपने नाना से हमें मिलवाएंगे

एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे
एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

सब्ज़-गुम्बद पर नज़र जब जाएगी
काम सब बिगड़े हुवे बन जाएंगे

एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे
एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

सोऊंगा मैं आज फिर इस आस पर
ख़्वाब में जल्वा दिखाने आएँगे

एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे
एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

जाग उठेगी मेरी क़िस्मत अली
जब क़दम उन के मेरे घर आएंगे

एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

मुस्तफ़ा नज़रे-करम फरमाएंगे
एक दिन हम भी मदीने जाएंगे

नातख्वां:
ज़हरा हैदरी

Comments

Most Popular

क्या बताऊँ कि क्या मदीना है / Kya Bataun Ki Kya Madina Hai

या नबी सलाम अलैका / Ya Nabi Salam Alaika | Ya Nabi Salam Alayka (All Popular Versions)

वो शहर-ए-मोहब्बत जहाँ मुस्तफ़ा हैं / Wo Shehr-e-Mohabbat Jahan Mustafa Hain (All Versions)

ऐ ज़हरा के बाबा सुनें इल्तिजा मदीना बुला लीजिए / Aye Zahra Ke Baba Sunen Iltija Madina Bula Lijiye

अल-मदद पीरान-ए-पीर ग़ौस-उल-आज़म दस्तगीर / Al-Madad Peeran-e-Peer Ghaus-ul-Azam Dastageer

बेख़ुद किए देते हैं अंदाज़-ए-हिजाबाना / Bekhud Kiye Dete Hain Andaz-e-Hijabana

मुस्तफ़ा, जान-ए-रहमत पे लाखों सलाम (मुख़्तसर) / Mustafa, Jaan-e-Rahmat Pe Laakhon Salaam (Short)

हो करम सरकार अब तो हो गए ग़म बे-शुमार / Ho Karam Sarkar Ab To Ho Gaye Gham Beshumar

हम ने आँखों से देखा नहीं है मगर उन की तस्वीर सीने में मौजूद है | उन का जल्वा तो सीने में मौजूद है / Hum Ne Aankhon Se Dekha Nahin Hai Magar Unki Tasweer Seene Mein Maujood Hai | Un Ka Jalwa To Seene Mein Maujood Hai

ऐ सबा मुस्तफ़ा से कह देना ग़म के मारे सलाम कहते हैं / Aye Saba Mustafa Se Keh Dena Gham Ke Mare Salam Kehte Hain (All Versions)