अज सिक मित्तरां दी वधेरी ए / Aj Sik Mittran Di Wadheri Ae
अज सिक मित्तराँ दी वधेरी ए
क्यूँ दिलड़ी उदास घनेरी ए ?
लूँ लूँ विच शौक़ चँगेरी ए
अज नैनाँ लाइयाँ क्यूँ झड़ियाँ
अत्तैफ़ु सरा मिन तल'अतिही
क्यूँ दिलड़ी उदास घनेरी ए ?
लूँ लूँ विच शौक़ चँगेरी ए
अज नैनाँ लाइयाँ क्यूँ झड़ियाँ
अत्तैफ़ु सरा मिन तल'अतिही
वश्शज़्वु बदा मिंव्वफ़्रतिही
फ़सकर्तु हुना मिन नज़्रतिही
नैनाँ दियाँ फ़ौजाँ सर चढ़ियाँ
मुख चँद बदर शा'शानी ए
मथे चमके लाट नूरानी ए
काली ज़ुल्फ़ ते अख मस्तानी ए
मख़्मूर अक्खीं हिन मद भरियाँ
दो अब्रू क़ोस मिसाल देसन
जैं तों नोके मिझ दे तीर छुटन
लबां सुर्ख़ आखां केह लाअले यमन
चिट्टे दन्द मोती दियां हेन लड़ियाँ
इस सूरत नूं मैं जान आखां
जानान के जाने-जहान आखां
सच आखां ते रब्ब दी शान आखां
जिस शान तो शानां सब बनियाँ
सुब्हानल्लाह मा अज्मलका
मा अह़सनका, मा अकमलका
किथ्थे मेहर अली किथ्थे तेरी सना
गुस्ताख़ अख्खीं किथ्थे जा अड़ियाँ
शायर:
पीर मेहर अली शाह
Hindi me Translation kro
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