मरहबा रसूलल्लाह (जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है) / Marhaba Rasoolallah (Jab se Maine Hosh Sambhala Tab Se Dekha Hai)
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
दुनिया में आमेना का लाल आया है
दीवानो बारहवी का चाँद आया है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
मीलादे-नबी हमने जज़्बे से मनाना है
रिस्ता है ग़ुलामी का आक़ा से निभाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
मैं छोड़ नहीं सकता सरकार की मेहफिल को
मीलाद की रेली में बचपन से ही आना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
मीलाद के दिन झंडे जिब्रील भी ले आए
बिदअत इसे मत केहना ये जश्न पुराना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
क्यूँ फिरकों में बटते हो, किस बात का झगड़ा है
गर इश्क़े-मुहम्मद है मीलाद मनाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
वो जब्ले-ओहद जिसने आक़ा से मुहब्बत की
इन्सान नहीं फिर भी जन्नत ही ठिकाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
सरकार निज़ाम अपना लाएंगे फकत ऐसा
इस मुल्क में आक़ा का सिक्का ही चलाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
जो इश्क़ से वाकिफ हैं मीलाद मनाते हैं
बस काम ही मुनकिर का वावेला मचाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
हम तल्खियां भूलेंगे, हम भूलेंगे माज़ी को
हर एक से खुले दिल से अब हाथ मिलाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
नामूस पे मरने की हसरत है उजागर को
इस आख़री ख़्वाहिश पे जीवन को बिताना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
शायर:
अल्लामा निसार अली उजागर
नातख्वां:
हाफ़िज़ ताहिर क़ादरी
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
दुनिया में आमेना का लाल आया है
दीवानो बारहवी का चाँद आया है
मरहबा रसूलल्लाह, मरहबा रसूलल्लाह
मीलादे-नबी हमने जज़्बे से मनाना है
रिस्ता है ग़ुलामी का आक़ा से निभाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मैं छोड़ नहीं सकता सरकार की मेहफिल को
मीलाद की रेली में बचपन से ही आना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
मीलाद के दिन झंडे जिब्रील भी ले आए
बिदअत इसे मत केहना ये जश्न पुराना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
क्यूँ फिरकों में बटते हो, किस बात का झगड़ा है
गर इश्क़े-मुहम्मद है मीलाद मनाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
वो जब्ले-ओहद जिसने आक़ा से मुहब्बत की
इन्सान नहीं फिर भी जन्नत ही ठिकाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
इस मुल्क में आक़ा का सिक्का ही चलाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
बस काम ही मुनकिर का वावेला मचाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
हर एक से खुले दिल से अब हाथ मिलाना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
इस आख़री ख़्वाहिश पे जीवन को बिताना है
जब से मैंने होश संभाला तब से देखा है
जश्ने-नबी के चाहने वालों का ये नारा है
अल्लामा निसार अली उजागर
नातख्वां:
हाफ़िज़ ताहिर क़ादरी
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